सिर पर गहरी चोटें आने से हुई थी युवती की मौत, सुरक्षा अधिकारी पिता ने कहा था- बेटी ने गोली मारकर की आत्महत्या

सिर पर गहरी चोटें आने से हुई थी युवती की मौत, सुरक्षा अधिकारी पिता ने कहा था- बेटी ने गोली मारकर की आत्महत्या


लखनऊ। देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के पीएसओ वेदप्रकाश सिंह की बेटी सृष्टि सिंह की मौत का मामला पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट आने के बाद उलझ गया। पुलिस का कहना है कि लखनऊ के विकासनगर में रहने वाले वेदप्रकाश सिंह की बेटी सृष्टि ने खुदकुशी नहीं की थी, बल्कि उसकी हत्या की गई थी। जबकि, घरवालों ने बताया था कि सृष्टि ने पिता की सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारी थी। लेकिन, मंगलवार को आई पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट से पता चला कि डॉक्टरों ने फायर आर्म इंजरी का जिक्र नहीं किया है। सिर पर वजनदार वस्तु के 3 गहरी चोटें मिली हैं। मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया।


जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि विकासनगर स्थित सचिवालय कॉलोनी में पीएसओ वेदप्रकाश सिंह परिवारीजनों के साथ रहते हैं। उनकी बेटी सृष्टि (14) कक्षा 10 की छात्रा थी। सोमवार को सृष्टि घर में संदिग्ध परिस्थितियों में घायल हो गई थी। उसके सिर से काफी खून निकला था। परिवारीजन उसे ट्रॉमा सेंटर लेकर गए। परिवार वालों ने पुलिस को बताया कि सृष्टि ने पिता की सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर जान दी है।


रिवॉल्वर के फिंगर प्रिंट का मिलान कराया जाएगा
जेसीपी क्राइम ने बताया कि घर से एक खोखा मिला था। जिसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। विशेषज्ञों की मदद से रिवॉल्वर पर मौजूद फिंगर प्रिंट का मिलान भी कराया जाएगा। लेकिन पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट में गोली लगने का जिक्र नहीं किया गया है। छात्रा की मौत को लेकर हुए संशय को दूर करने के लिए मेडिकल लीगल राय ली जाएगी। साथ ही पोस्टमाॅर्टम करने वाले डॉक्टरों की दोबारा राय लेने के लिए पत्र भेजा गया है।



हमलावर से छात्रा ने किया था खूब संघर्ष


सृष्टि ने हमलावर से काफी देर तक संघर्ष किया था। उसके शरीर पर मिली चोटें इसकी पुष्टि कर रही हैं। डाक्टरों के मुताबिक, सिर पर 3 जगह चोट पहुंचाई गई थीं। सिर की हड्डी टूटने के कारण सृष्टि कोमा में चली गई थी। इसके साथ ही कलाई और हथेली पर भी चोट पाई गई। इससे साफ है कि बचने के प्रयास में छात्रा ने काफी देर तक जद्दोजहद की थी।


4 बार कराया एक्सरे, नहीं मिला गोली का निशान


सृष्ट की मां संगीता ने बताया था कि पति घर से बाहर गए हुए थे। मैं छोटे बेटे अभय को स्कूल से लौटने पर खाना खिला रही थी। उसी दौरान दूसरे कमरे से गोली चलने की आवाज सुनाई दी। बाद में वेदप्रकाश खून से लथपथ बेटी को इलाज के लिए लेकर अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने कमरे का दरवाजा तोड़ने की बात कही थी। मगर, पोस्टमाॅर्टम के लिए सृष्टि का शव ले जाए जाने पर डॉक्टर भी हैरत में पड़ गए। परिवार गोली मारकर खुदकुशी करने का दावा कर रहा था। वहीं, डॉक्टरों को छात्रा की कनपटी पर इसके निशान नहीं मिले। संदेह होने पर डॉक्टरों ने केजीएमयू के रेडियोलॉजी विभाग में शव का एक्सरे कराया था। 4 बार यह प्रक्रिया दोहराई गई। लेकिन गोली लगने की पुष्टि नहीं हो सकी।