कानपुर बना दूसरा शाहीन बाग; सड़क पर बैठी हजारों महिलाएं, कहा- काला कानून वापस ले सरकार, तभी धरना समाप्त होगा

कानपुर बना दूसरा शाहीन बाग; सड़क पर बैठी हजारों महिलाएं, कहा- काला कानून वापस ले सरकार, तभी धरना समाप्त होगा


कानपुर। दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के बाद अब कानपुर दूसरा शाहीन बाग बन रहा है। हजारों की संख्या में महिलाएं सड़क पर दिन रात बैठकर धरना दे रही हैं। जिसकी वजह से उस क्षेत्र के सभी स्कूल कॉलेज और बैंक बंद हैं। पूरी रोड को ब्लॉक कर दिया गया है। दरअसल, महिलाओं का यह धरना मोहम्मद अली पार्क में बीते 36 दिनों से दिन में मात्र 4 घंटे के लिए चल रहा था। पुलिस ने महिलाओं को वहां से खदेड़ कर पार्क खाली कराया था, इससे नाराज हजारों महिलाएं अब सड़क पर सीएए के खिलाफ 24 घंटे बैठकर धरना दे रही हैं।


सीएए , एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ चमनगंज थाना क्षेत्र के मोहम्मद अली पार्क में बीते एक माह से महिलाओं का धरना चल रहा था । बीते शुक्रवार को पुलिस ने 80 प्रदर्शनकारियों को नोटिस जारी किया था और इसके साथ ही 200 लोगों को पाबंद किया गया था और देशद्रोह की धारा में कार्यवाई करने की बात कही थी। शनिवार को डीआईजी अंनतदेव और डीएम ब्रह्मदेव राम तिवारी ने क्षेत्र संभ्रात लोगों के साथ मिलकर महिलाओं से ज्ञापन लेकर धरना समाप्त करा दिया था।


पुलिस ने महिलाओं को मोहम्मद अली पार्क से हटा दिया था, अब महिलाएं सड़क पर बैठीं


धरना समाप्त होने का दूसरे गुट ने विरोध किया और रविवार को महिलएं फिर से धरने पर बैठ गईं। जब इसकी भनक पुलिस प्रशासन लगी तो पुलिस ने रविवार देर बलपूर्वक महिलाओं को खदेड़कर मोहम्मद अली पार्क खाली करा लिया था। इस घटना के बाद सोमवार की हजारों की संख्या में महिलाएं सड़क पर बैठ गई थी। पुलिस को बैकफुट पर आना पड़ा था। पुलिस ने महिलाओं से पार्क के धरने पर बैठने कहा लेकिल महिलाए पार्क छोड़कर संड़क पर धरना देना शुरू कर दिया।


महिलाओं ने कहा- पुलिस ने जो हमारे लोगों को पकड़ा है उन्हे छोड़ा है। ये सभी बातें हमें लिखित में चाहिए। पुलिस हमारे घरों पर नोटिस चस्पा किया है जबकि हम लोग शांतिपूर्ण ढंग से प्रोटेस्ट कर रहे थे। किस जुर्म में प्रशासन ने घरों पर नोटिस चिपकाई है। आप रात में दबिश डाल रहे हैं। घरों से लड़कों को जबरन उठा रहे हो। पार्क सार्वजनिक है। ये पब्लिक के लिए लोग बैठे हैं तो इसमें क्या दिक्कत है। हमारी सरकार से यहीं मांग है कि इस काले कानून को वापस लें तो हम लोग अपनी प्रोटेस्ट वापस लेंगें। जेंट्स पुलिस ने हम लोगों के साथ मारपीट की है।


शाहीन बाग की तर्ज पर धरना चालाना चाहती हैं महिलाएं - पुलिस


एसपी राजकुमार अग्रवाल के मुताबिक चमनगंज में महिलाओं द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। उनका कहना है कि हम इस धरने को शाहीन बाग की तर्ज पर करना चाहते हैं। शनिवार को महिलाओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया था कि हम धरना समाप्त करते हैं। कुछ लोगों ने दूसरे ग्रुप को उकसा कर कुछ महिलाओं को धरने पर बैठा दिया था। बाद में महिलाओं ने आंदोलन को बढा कर के सड़कों पर बैठी हैं। इनको उकसाने वाले लोग है। इसमें कौन लोग शामिल है उनकी जानकारी जुटाई है इनके पीछे किन संगठनों का हाथ है इनके बारे में जानकारी की जा रही है।


चमनगंज के कई स्थानों को महिलाओं ने घेर रखा है। जो सुरक्षा का दयरा है, उसमें धरने के बीच में पुलिस बल नहीं है। सुरक्षा व्यावस्था वहां के लोकल के लोग कर रहे हैं। सड़क के दोनों तरफ हमने सुरक्षा का बंदोबस्त किया हुआ है।