धार्मिक आयोजन में भिड़े थे दो गुट, कांग्रेस नेताओं ने गांव का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात की; प्रियंका गांधी ने मुद्दा उठाया था
कानपुर। जिले के मंगटा गांव में एक धार्मिक आयोजन के दौरान दो पक्षों के बीच हुए मारपीट का मामला गर्मा गया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के मुद्दा उठाने के बाद यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और सांसद पीएल पुनिया समेत कई नेताओं ने शनिवार शाम को गांव का दौरा किया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने घायलों से अस्पताल में भी मुलाकात की।
कानपुर देहात के गजनेर थाना क्षेत्र के मंगटा गांव में कांग्रेस नेताओं का दल शनिवार को पहुंचा। इस दौरान पार्टी नेताओं ने पीड़ित पक्ष से मुलाकात की और घटनास्थल का दौरा किया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि महिलाओं ने पुलिस पर धमकाने का आरोप लगाते हुए उन्हें अपनी आपबीती सुनाई। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने कानपुर के जिला अस्पताल में भर्ती घायलों से भी मुलाकात की और उनसे हालचाल जाना। इस दौरान पीएल पुनिया और अजय कुमार लल्लू के साथ, विधायक मोना मिश्रा, राकेश सचान और अंशू अवस्थी भी मौजूद रहे।
हमलावरों को राजनीतिक संरक्षण मिला है- अजय कुमार लल्लू
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने पीड़ितों से मिलने के बाद योगी सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया कि हमला करने वाले एक राजनीतिक दल से जुड़े हैं। उनको भाजपा सरकार का संरक्षण मिला हुआ है।हमलावरों ने जिस तरह महिलाओं और बच्चों को घेरकर मारा है उससे पता चलता है की इस भाजपा सरकार में दलितों और महिलाओ पर कैसे अत्याचार हो रहे हैं। कांग्रेस पार्टी इसको लेकर सड़कों पर आंदोलन करेगी।
प्रियंका गांधी ने उठाया था मुद्दा
इससे एक दिन पहले प्रियंका गांधी ने इस मामले को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला था। प्रियंका ने ट्वीट किया था, 'कानपुर देहात के मंगटा गांव में भीमकथा कर रहे दलितों पर दबंगों ने हमला किया। कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं। शब्बीरपुर हो, मंगटा की घटना हो बीजेपी सरकार ने पीड़ित परिवारों की कोई सुनवाई नहीं की। भाजपा ने संविधान पर हमला बोला हुआ है और अब बाबासाहेब की कथा करने पर भी हमला हो रहा है।'